एक जीन को प्रभावी कहा जाता है, जब
किसी भी स्थिति में अभिव्यक्त नहीं होता
वह हिटरोजायगस स्थिति में ही अभिव्यक्त होता है
केवल होमोजायगस अवस्था में ही अपना प्रभाव अभिव्यक्त करता है
वह होमोजायगस और हिटरोजायगस दोनों स्थिति में अभिव्यक्त होता है
माइक्रोकोकल न्यूक्लियेज एन्जाइम
गिफिथ के प्रयोग में किस बैक्टेरिया का उपयोग किया गया था
मनुष्य के शुक्राणु में होते हैं ऑटोसोम तथा
स्टे्रप्टोमायसिन तथा सम्बन्धित एन्टीबायोटिक्स प्रोकैरियोट्स में राइबोसोम की छोटी उपइकाईयों को बाँधते हैं तथा
टिजो व लेवान का योगदान है