स्वपरागण के लिये सहायक होता है
अन्तरा-जातीय अयोग्यता को किसके द्वारा कम किया जा सकता है
जब किसी पौधे के एक पुष्प के परागकण द्वारा उसी पौधे का दूसरा पुष्प परागित किया जाता है तो इस प्रक्रिया को कहते हैं
पंखनुमा वर्तिकाग्र किसमें पाया जाता है