दी गई अभिक्रिया के लिये ${t_{1/2}} = \frac{1}{{Ka}}$ है तो अभिक्रिया की कोटि होगी
$1$
$0$
$3$
$2$
अभिक्रिया $2A + B \to C$ के लिये दर समीकरण $ = k[A][B]$ पाया गया। इस अभिक्रिया के संबन्ध में सत्य कथन है
$A$ तथा $B$ के मध्य अभिक्रिया $A$ के प्रति प्रथम तथा $B$ के प्रति शून्य कोटि की है। निम्न तालिका में रिक्त स्थान भरिए।
प्रयोग | $[ A ] / mol\, ^{-1}$ | $[ B ] / mol\, ^{-1}$ | प्रारंभिक वेग $/$ $mol$ $L^{-1}$ $min$ $^{-1}$ |
$I$ | $0.1$ | $0.1$ | $2.0 \times 10^{-2}$ |
$II$ | - | $0.2$ | $4.0 \times 10^{-2}$ |
$III$ | $0.4$ | $0.4$ | - |
$IV$ | - | $0.2$ | $2.0 \times 10^{-2}$ |
किसी विशिष्ट अभिक्रिया के लिए, वेग $= k [ A ]^2[ B ]$ है। जब $B$ की सांद्रता को स्थिर रखते हुए $A$ की प्रारंभिक सांद्रता तीन गुना की जाती है, तो प्रारंभिक वेग -
अभिक्रिया ${H_2} + C{l_2}\xrightarrow{{Sunlight}}2HCl$ जल पर सम्पन्न होती है, अभिक्रिया की कोटि है
दो प्रतिदर्शो की अर्द्ध-आयु $ 0.1$ एवं $0.4$ सेकण्ड है। उनकी सापेक्षिक सान्द्रता क्रमश: $ 200$ एवं $50$ है। अभिक्रिया की कोटि क्या है।