एक डाईऑक्सीजन स्पीशीज का चुम्बकीय आघूर्ण $1.73 \,B.M$ है, यह हो सकती है :
$\mathrm{O}_{2}^{-}$ अथवा $\mathrm{O}_{2}^{+}$
$\mathrm{O}_{2}$ अथवा $\mathrm{O}_{2}^{+}$
$\mathrm{O}_{2}$ अथवा $\mathrm{O}_{2}^{-}$
$\mathrm{O}_{2}, \mathrm{O}_{2}^{-}$ अथवा $\mathrm{O}_{2}^{+}$
$NO$ अणु की बन्ध कोटि है
निर्मित अणु कक्षक तथा संयुक्त होने वाले परमाणु कक्षकों के बीच ऊर्जा का अन्तर कहलाता है
आणिवक आयन, $N _{2}^{+}$ के लिए आणिव्वक कक्षक डायग्राम में, $\sigma_{2 p}$ आणिवक कक्षक में इलेक्ट्रॉनों की संख्या है
निम्न में से वह अणु जो अपनी तलस्थ अवस्था में अनुचुम्बकीय है
बन्ध लम्बाई का सही क्रम है