यदि अभिकारकों के पृष्ठ के क्षेत्रफल (Surface area) में वृद्धि होती है तो सामान्यत: अभिक्रिया की कोटि
बढ़ जाती है
घट जाती है
अपरिवर्तित रहती है
कभी बढ़ती है, कभी घटती है
अभिकारकों की सान्द्रता में वृद्धि से अभिक्रिया की दर होगी
उस अभिक्रिया की कोटि जिसकी दर $=$ $kC_A^{3/2}\,C_B^{ - 1/2}$ है, होगी
अभिक्रिया $2NO + {O_2} \to 2N{O_2}$ उदाहरण
$2{N_2}{O_5}$ $\rightleftharpoons$ $2{N_2}{O_4} + {O_2}$ अभिक्रिया है
अभिक्रिया $2S{O_2} + {O_2} \to 2S{O_3}$ में $S{O_2}$ के विलुप्ती का वेग $1.28 \times {10^{ - 3}}$ ग्राम $/$ सेकण्ड हो, तो $S{O_3}$ के बनने की दर है