एकसंघी (मोनोडेलफस) स्थिति में पुंकेसरों में पाये जाते हैं
एक समूह में सभी जुड़े हुए फिलामेण्ट (पुतन्तु) किन्तु मुक्त परागकोष होते हैं
समूह में जुड़े हुए फिलामेन्ट किंतु सभी परागकोष स्वतंत्र होते हैं
परागकोष संयुक्त किंतु फिलामेन्ट (पुतन्तु) स्वतंत्र होते हैं
परागकोष और फिलामेन्ट (पुतन्तु) दोनों संयुक्त होते हैं
जब पुंकेसरो में परागकण नहीं पाये जाते हैं, तब वह कहलाते हैं
अर-पुष्मक में क्या होता है ?
द्विसंधी पुंकेसर किसमें पाये जाते हैं ?
पुष्प एक रूपांतरित प्ररोह है क्योंकि
नीचे दो कथन दिये गये हैं : एक निश्चयात्मक कथन $A$ है और दूसरा कारण $R$ है :
निश्चयात्मक कथन $A$ : एक पुष्प को रुपांतरित तने के रूप में परिभाषित किया जाता है जिसमें प्ररोह मेरिस्टेम का परिवर्तन पुष्पीय मेरिस्टेम में हो जाता है।
कारण $R$ : प्ररोह के पर्व संघनित होकर उत्तरोत्तर पवों पर पत्तीयों के बजाय विभिन्न पुश्पीय उपांग उत्पन्न करते हैं।
उपर्युक्त कथनों के संदर्भ में, नीचे दिये गये विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए :