अभिक्रिया की कोटि का मान हो सकता है
धनात्मक मान
पूर्ण संख्या मान
भिन्नात्मक मान
ये सभी
अणु $X$ का $Y$ में रूपांतरण द्वितीय कोटि की बलगतिकी के अनुरूप होता है। यदि $X$ की सांद्रता तीन गुनी कर दी जाए तो $Y$ के निर्माण होने के वेग पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
अभिक्रिया जिसमें निम्न क्रियाविधि होती है, की कोटि होगी
$(i)$ ${A_2} \to A + A$ (तीव्र)
$(ii)$ $A + {B_2} \to AB + B$ (मंद)
$(iii)$ $A + B \to $ (तीव्र)
दी गई अभिक्रिया के लिए निम्नलिखित आँकड़ों पर विचार कीजिए।
$2 \mathrm{HI}_{(\mathrm{g})} \rightarrow \mathrm{H}_{2(\mathrm{~g})}+\mathrm{I}_{2(\mathrm{~g})}$ अभिक्रिया का क्रम है. . . . . . . |
$1$ | $2$ | $3$ | |
$\mathrm{HI}\left(\mathrm{mol} \mathrm{L}^{-1}\right)$ | $0.005$ | $0.01$ | $0.02$ |
Rate $\left(\mathrm{mol} \mathrm{L}^{-1} \mathrm{~s}-1\right)$ | $7.5 \times 10^{-4}$ | $3.0 \times 10^{-3}$ | $1.2 \times 10^{-2}$ |
उस अभिक्रिया की कोटि जिसकी दर $=$ $kC_A^{3/2}\,C_B^{ - 1/2}$ है, होगी
$A$ तथा $B$ के मध्य अभिक्रिया $A$ के प्रति प्रथम तथा $B$ के प्रति शून्य कोटि की है। निम्न तालिका में रिक्त स्थान भरिए।
प्रयोग | $[ A ] / mol\, ^{-1}$ | $[ B ] / mol\, ^{-1}$ | प्रारंभिक वेग $/$ $mol$ $L^{-1}$ $min$ $^{-1}$ |
$I$ | $0.1$ | $0.1$ | $2.0 \times 10^{-2}$ |
$II$ | - | $0.2$ | $4.0 \times 10^{-2}$ |
$III$ | $0.4$ | $0.4$ | - |
$IV$ | - | $0.2$ | $2.0 \times 10^{-2}$ |