सड़कें वक्र पथ पर उठी हुई होती हैं जिससे
गतिशील वाहन बाहर की तरफ न फिसलें
वाहन एवं सड़क के बीच का घर्षण बल कम हो जाये
टायरों का घिसना एवं फटना रोका जा सके
वाहन का भार कम किया जा सके
यदि किसी विरामघड़ी की सैकण्ड वाली सुई की लम्बाई $3 \,cm$ है, तब सुई के सिरे का कोणीय वेग तथा रेखीय वेग होगा
$10 \mathrm{~m}$ त्रिज्या वाले वृत्ताकार पथ पर एक वस्तु नियत चाल से चल रही हैं। यह वस्तु $4$ सेकेण्ड में एक चक्कर पूरा करती है। $3$ सेकेण्ड के अन्त में वस्तु का इसकी प्रारम्भिक स्थिति से विस्थापन है :
एक मोटर-साइकिल चालक वृत्तीय पथ पर अचर चाल से गति कर रहा है, तब इसका
वृत्तीय गति करते हुये कण का अभिकेन्द्रीय त्वरण होता है
किसी वृत्त की परिधि पर गतिमान एक पिण्ड का कोणीय त्वरण होगा :