कुछ नील हरित शैवालों को जैवउर्वरक की भाँति उपयोग करते हैं क्योंकि यह
प्रकाशसंश्लेषी होते हैं
म्यूसीलेज द्वारा घिरे होते हैं
हर जगह वृद्धि कर सकते हैं
नाइट्रोजन स्थिरीकरण करने में योग्य होते हैं
कुछ लेग्यूम के रूट नोड्यूल्स में सहजीवी नाइट्रोजन स्थिरीकरण होता है
निम्न में से एक जैव-उर्वरक होता है
निम्नलिखित में से किसके उपयोग के फलस्वरूप धान की उपज में $50\%$ की वृद्धि प्राप्त करने में किसान सफल हुये हैं
अच्छे राइजोबियल नाइट्रोजन स्थिरीकरण के लिए आवश्यक रासायनिक उर्वरक होती है
यदि गेहूँ के खेत को राइजोबियम के साथ उगाया जाये तो