वे प्राणी जिनमें भ्रूण का पूर्ण परिवर्धन माता के शरीर के भीतर प्लेसेन्टा द्वारा होता है, कहलाते हैं
ओवीपेरस
विवीपेरस
ओवोविवीपेरस
हर्बीवोरस
भ्रूणविज्ञानी निम्न में से कौन-सी भ्रूण अवस्था में भविष्य के अंगों के विकास को ज्ञात कर सकते हैं
वृषण तथा उदर भिति के बीच संयोजी ऊतक की कोर्ड कौनसी होती है
कुछ अण्डों में विदलन शुरु होने से पूर्व ही भविष्य के अंक निर्धारित किये जा सकते हैं, इस प्रकार का विकास कहलाता है
गुबरनेकुलम कॉर्डिस संकुचनशील संरचना है जो कि
स्खलन के उपरान्त सेमाइनल फ्लुइड (वीर्य) में स्कन्दन होने का कारण है