प्रदप की किसी भी कोशिका से पूर्ण पादप को विकसित करने की क्षमता कहलाती है:
सूक्ष्मप्रवर्धन (माइक्रोप्रोपेगेशन)
विभेदन
कायिक संकरण
पूर्णशक्तता (टोटीपोटेन्सी)
सूची $-I$ को सूची $- II$ के साथ सुमेलित कीजिए।
सूची $- I$ | सूची $- II$ |
$(a)$ जीवद्रव्य संलयन | $(i)$ पूर्णशक्तता |
$(b)$ पादप ऊतक संवर्धन | $(ii)$ पोमेटो |
$(c)$ मेरिस्टेम संवर्धन | $(iii)$ सोमाक्लोन |
$(d)$ सूक्ष्मप्रवर्धन | $(iv)$ विषाणु मुक्त पादप |
Choose the correct answer from the options given below.
$(a) \quad(b)\quad (c)\quad (d)$
ऊतक संवर्धन द्वारा जनक ऊतक की थोड़ी सी मात्रा से अनगिनत संख्या में पौधे प्राप्त किये जा सकते हैं। यह तकनीक अधिक महत्व की है क्योंकि
किसकी सक्रियता द्वारा पौधों में घावों का भराव होता है
पादपों की दो किस्मों को सम्मिलित करने पर कायिक संकरण में निम्नलिखित में से किनका युग्मन होता है ?