कमजोर तनों वाले पौधे जो काँटे, शल्य, तीक्ष्णवर्ध की सहायता से आरोहित हो सकते है, कहलाते हैं

  • A

    रेंगने वाले $(Scramblers)$

  • B

    स्टोलोन $(Stolons)$

  • C

    स्ट्रैगलिंग $(Straggling)$

  • D

    लाइनास $(Lianas)$

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नागफनी में, प्रकाश संश्लेषण का कार्य किसके द्वारा होता है

एक कमजोर रेगनें वाला तना जिसकी पर्वसंधियों पर जड़ें होती है तथा यह क्रमिक कायिक पीढ़ी के पौधों की एक श्रखंला को उत्पन्न करता है, कहलाता है

स्टोलोन किसमें पाया जाता है

निम्नलिखित में से सही कथनों के सेट को चुनिए :

$(a)$ सिट्रस और बोगेनवीलिया में पर्णक नोकदार कठोर कांटों के रूप में परिवर्तित होते हैं।

$(b)$ खीरा और कदू कक्षीय कलिकायें, पतला सर्पिल कुण्डलित प्रतान का निर्माण करती हैं।

$(c)$ओपंशिया में तना चपटा और मांसल होता है और पत्तियों का कार्य करने के लिए रूपांतरित होंता है।

$(d)$राइजोफोरा में जड़ें ऊर्ध्ववर्ती रूप में वृद्धि करती हैं जो श्वसन के लिए ऑक्सीजन लेने में सहायता करती हैं।

$(e)$ घास और स्ट्रॉबेरी में भूपूष्ठीय तने कायिक प्रवर्धन में सहायता करते हैं।

निम्नलिखित विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए :

  • [NEET 2022]

आलू का कंद एक अधोभूमिक तना है, क्योंकि इसमें पाया जाता है