निम्न में से कौन सी अभिक्रिया अनिश्चित समय में पूर्ण होती है।
शून्य कोटि
प्रथम कोटि
द्वितीय कोटि
तृतीय कोटि
अत्याधिक जल की उपस्थिति में किसी कार्बनिक क्लोराइड के जल अपघटन की अभिक्रिया
$RCl + {H_2}O \to ROH + HCl$ की
यदि एक अभिक्रिया के लिये अर्द्ध-आयुकाल प्रारम्भिक सान्द्रण के व्युत्क्रमानुपाती है तो अभिक्रिया की कोटि है
$543$ $K$ ताप पर एजोआइसोप्रोपेन के हेक्सेन तथा नाइट्रोजन में विघटन के निम्न आँकड़े प्राप्त हुए। वेग स्थिरांक की गणना कीजिए।
$t$ $(sec)$ | $P(m m \text { of } H g$ में) |
$0$ | $35.0$ |
$360$ | $54.0$ |
$720$ | $63.0$ |
क्लोरीन परमाणुओं की उपस्थिति में, ओजोन की ऑक्सीजन परमाणुओं से अभिक्रिया निम्नलिखित द्विपदीय प्रक्रम द्वारा होती है।
${O_3}(g)\, + \,C{l^ * }(g)\, \to \,{O_2}(g) + Cl{O^ * }(g)$ ..... $(i)$ $[{K_i} = 5.2 \times {10^9}\,\,L\,mo{l^{ - 1}}\,{s^{ - 1}}]$
$Cl{O^ * }(g) + {O^ * }(g)\, \to \,{O_2}(g) + \,C{l^ * }(g)$ ..... $(ii)$ $[{K_{ii}} = 2.6 \times {10^{10}}\,\,L\,mo{l^{ - 1}}\,{s^{ - 1}}]$
कुल अभिक्रिया $O _{3}( g )+ O ^{\bullet}( g ) \rightarrow 2 O _{2}( g )$ का निकटतम वेग नियतांक है।
अभिक्रिया $A + B \longrightarrow$ उत्पाद, के लिए यह प्रेक्षित किया गया कि:-
$(1)$ मात्रा $A$ की प्रारम्भिक सान्द्रता दुगुना करने पर, अभिक्रिया दर भी दुगुनी हो जाती है तथा
$(2)$ $A$ तथा $B$ दोंनों की ही प्रारम्भिक सान्द्रता दुगुना कर देने पर, अभिक्रिया की दर में $8$ गुना परिवर्तन हो जाता है। इस अभिक्रिया की दर निम्न द्वारा दी जायेगी: