$HCl$ की उपस्थिति में सुक्रोज का जल-अपघटन ग्लूकोज और फ्रक्टोज में हो जाता है। सुक्रोज की सान्द्रता $0.4 \,M $ से $0.2 \,M $ एक घण्टे में और $0.1\, M $ दो घंटे में कम पायी गई अभिक्रिया की कोटि है
$0$
$1$
$2$
इनमें से कोई नहीं
एन्जाइम उत्प्रेरित अभिक्रिया के वेग का सबस्ट्रेट की सान्द्रता के साथ परिवर्तन को जो ग्राफ सही रूप से दर्शाता है, वह है-
जब अभिक्रिया अग्र दिशा में चल रही है
अभिक्रिया $2NO(g) + {O_2}(g) \to 2N{O_2}(g)$ का एकाएक दाब बढ़ाकर इसका आयतन आधा कर दिया जाता है यदि अभिक्रिया ${O_2}$ के सापेक्ष प्रथम कोटि तथा $NO$ के सापेक्ष द्वितीय कोटि की अभिक्रिया है तो अभिक्रिया का वेग होगा
अभिक्रिया $A + B \longrightarrow$ उत्पाद, के लिए यह प्रेक्षित किया गया कि:-
$(1)$ मात्रा $A$ की प्रारम्भिक सान्द्रता दुगुना करने पर, अभिक्रिया दर भी दुगुनी हो जाती है तथा
$(2)$ $A$ तथा $B$ दोंनों की ही प्रारम्भिक सान्द्रता दुगुना कर देने पर, अभिक्रिया की दर में $8$ गुना परिवर्तन हो जाता है। इस अभिक्रिया की दर निम्न द्वारा दी जायेगी:
अभिक्रिया $A + 2B \to $उत्पाद, के लिये दर नियम $\frac{{d[dB]}}{{dt}} = k[{B^2}]$ से दिया जाता है। यदि $A$ अधिकता में लिया जाये तो अभिक्रिया की कोटि होगी