$R$ त्रिज्या तथा $9M$ द्रव्यमान की एक वृत्तीय चकती से $R/3$ त्रिज्या की एक छोटी चकती काटी जाती है। चकती के तल के लम्बवत् तथा $O$ से गुजरने वाली अक्ष के परित: शेष चकती का जड़त्व आघूर्ण होगा
$ 4M{R^2} $
$ \frac{{40}}{9}M{R^2} $
$ 10M{R^2} $
$ \frac{{37}}{9}M{R^2} $
एक तख़्ता (plank) क्षैतिज दिशा में अचर त्वरण $a \hat{\imath}$ से गतिमान है। एक एकसमान खुरदुरा (rough) घनाकार गुटका (block) जिसकी एक भुजा $l$ है, तख्त्ते पर रखा हुआ है और तख्ते की तुलना में विरामावस्था में है। किसी दिये हुए समय पर गुटके का द्रव्यमान केंद्र $(0, l / 2)$ बिन्दु पर है। यदि $a=g / 10$ है तो तख्ते के द्वारा गुटके पर उस समय आरोपित अभिलम्ब बल किस बिन्दु पर लगेगा?
एक $M$ द्रव्यमान की वस्तु $A$ ऊधर्वाधर नीचे की ओर गुरुत्व के प्रभाव में गिर रही है, तथा यह दो भागों में टूट जाती है, जिसका एक भाग $B$, $\frac{1}{3}M$ द्रव्यमान का तथा दूसरा भाग $C$, $\frac{2}{3}M$ द्रव्यमान का है। वस्तुओं $B$ तथा $C$ का संयुक्त द्रव्यमान केन्द्र वस्तु $A$ की तुलना में विस्थापित होगा
$ M $ द्रव्यमान एवं $ R $ त्रिज्या का एक ठोस गोला $ L $ लम्बाई तथा $ h $ ऊँचाई के नत सतमल पर बिना फिसले नीचे की ओर लुढ़क रहा है। तली पर पहुंचने पर इसके द्रव्यमान केन्द्र का वेग होगा
$ M $ द्रव्यमान एवं $ R $ त्रिज्या वाली एक पतली वृत्ताकार वलय किसी क्षैतिज तल में इसके केन्द्र से गुजरने वाले एवं तल के लम्बवत् अक्ष के परित: कोणीय वेग $ \omega $ से घूर्णन कर रही है। यदि समान आकार परन्तु $ \frac{M}{4} $ द्रव्यमान की एक अन्य वलय पहली वाली वलय पर समाक्षीय रख दी जाये तो निकाय का नया कोणीय वेग है
एक पहिये पर लगने वाला नियत बल आघूर्ण इसके कोणीय संवेग को $4$ सैकण्ड में $A0$ से $4A_0$ कर देता है, तो बल आघूर्ण का परिमाण होगा