चुम्बकीय क्षेत्र
हर समय आवेशित कण पर बल लगाता है
आवेशित कण पर बल कभी नहीं लगाता है
जब आवेशित कण चुम्बकीय क्षेत्र की रेखा में लम्ब दिशा में गति करता है, तब बल लगाता है
जब आवेशित कण चुम्बकीय क्षेत्र की रेखा की दिशा में गति करता है, तब बल लगाता है
आयनों की एक किरण-पुँज $2 \times {10^5}\,m/s$ के वेग से $4 \times {10^{ - 2}}\,tesla$ के चुम्बकीय क्षेत्र में क्षेत्र की दिशा के लम्बवत् प्रवेश करती है। यदि आयन पर विशिष्ट आवेश $5 \times {10^7}\,C/kg$ है, तो इसके द्वारा बनाये गये वृत्ताकार पथ की त्रिज्या .....$m$ होगी
$X$-अक्ष के अनुदिश कार्यरत चुम्बकीय क्षेत्र में $Z$-अक्ष की दिशा में एक प्रोटॉन गति करता है। उस पर कार्यरत् बल की दिशा होगी
एक कण का द्रव्यमान $0.6\, gm$ एवं इस पर आवेश $25\, nC$ है। यह समान वेग ${\rm{1}}{\rm{.2}} \times {\rm{1}}{{\rm{0}}^{\rm{4}}}\,m{s^{ - 1}}$ से एक समरूप चुम्बकीय क्षेत्र में क्षैतिजत: गति कर रहा है। तब चुम्बकीय क्षेत्र का मान है $(g = 10\,m{s^{ - 2}})$
किसी एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र में एक प्रोटॉन, एक ड्यूटेरॉन और एक $\alpha$-कण समान संवेग से गतिमान हैं। इन पर लगे चुम्बकीय बलों का अनुपात $......$ और चालों का अनुपात $......$ हैं।
एक प्रोटॉन एवं एक अल्फा कण को अलग-अलग एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र में प्रक्षेपित किया जाता है। इन कणों के प्रारम्भिक वेग चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा के लम्बवत् हैं। यदि दोनों कण चुम्बकीय क्षेत्र के चारों ओर बराबर त्रिज्या के वृत्ताकार पथ पर चक्कर लगायें तो प्रोटॉन व अल्फा कण के संवेगों का अनुपात $\left( {\frac{{{P_p}}}{{{P_a}}}} \right)$ होगा