अविस्तारित $L$ लम्बाई की एकसमान शंकुनुमा तार के सिरों की त्रिज्या क्रमशः $R$ तथा $3R$ हैं। उसकी धातु का यंग-माडुलस $Y$ है। $R$ त्रिज्या वाले सिरे को एक ढृढ़ आधार पर जड़ित किया गया है तथा दूसरे सिरे पर $M$ द्रव्यमान लटकाया गया है। संतुलन-अवस्था में तार की लम्बाई होगी

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  • A

    $L\left( {1 + \frac{2}{9}\frac{{Mg}}{{\pi Y{R^2}}}} \right)$

  • B

    $L\left( {1 + \frac{1}{9}\frac{{Mg}}{{\pi Y{R^2}}}} \right)$

  • C

    $L\left( {1 + \frac{1}{3}\frac{{Mg}}{{\pi Y{R^2}}}} \right)$

  • D

    $L\left( {1 + \frac{2}{3}\frac{{Mg}}{{\pi Y{R^2}}}} \right)$

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' $\mathrm{L}$ ' लम्बाई व $\mathrm{A}$ अनुप्रस्थ परिच्छेद क्षेत्रफल के एक तार के पदार्थ का यंग प्रत्यास्थता गुणांक $\mathrm{Y}$ है। यदि तार की लम्बाई दोगुनी तथा अनुप्रस्थ परिच्छेद क्षेत्रफल आधा कर दिया जाये तो यंग प्रत्यास्थता गुणांक होगा:

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