एक रैखिक बल $F$ लगाने पर किसी धातु के एकसमान तार में $0.04 \,m$ की वद्धि हो जाती है। यदि तार की लम्बाई और व्यास दो गुने कर दिए जाएं तो समान बल लगाने पर लम्बाई में वद्धि $.....\,cm$ होगी।
$2$
$0$
$1$
$4$
यदि किसी पदार्थ के यंग प्रत्यास्थता गुणांक का मान शून्य है, तो पदार्थ की अवस्था होना चाहिए
ताँबे का एक $2.2\, m$ लंबा तार तथा इस्पात का एक $1.6\, m$ लंबा तार, जिनमें दोनों के व्यास $3.0\, mm$ हैं, सिरे से जुड़े हुए हैं। जब इसे एक भार से तनित किया गया तो कुल विस्तार $0.7\, mm$ हुआ। लगाए गए भार का मान प्राप्त कीजिए।
यदि लोहे का यंग प्रत्यास्थता गुणांक $2 \times {10^{11}}\,N/{m^2}$ है तथा दो अणुओं के बीच अन्तरापरमाण्विक दूरी $3 \times {10^{ - 10}}$ मी हो, तो अन्तरापरमाण्विक बल नियतांक ......... $N/m$ है
लोहे के निश्चित आयतन से $L$ लम्बाई का एक तार बनाया गया है; एक निश्चित $F$ बल से इस तार की लम्बाई में उत्पन्न विस्तार $x$ निम्नलिखित में किसके समानुपाती होगा
इस्पात के एक तार को उसकी लम्बाई से $1.1$ गुना खींचना है। तार का अनुप्रस्थ काट $1$ वर्ग सेमी है तथा यंग का गुणांक $2 \times {10^{11}}\,\,N{m^{ - 2}}$ है, इसके लिए बल की आवश्यकता होगी