आयरन की अपेक्षा एल्यूमीनियम अधिक क्रियाशील है लेकिन आयरन की अपेक्षा एल्यूमीनियम कम आसानी से संक्षारित होती है। क्योंकि
एल्यूमीनियम उत्कृष्ट धातु है
ऑक्सीजन रक्षी ऑक्साइड की पर्त बनाती है
आयरन, जल के साथ आसानी से अभिक्रिया करता है
आयरन एकल और द्विसंयोजी आयन बनाता है
ठोसकरण पर, कौनसी द्रव क्षेत्र धातु फैलती है
$BF _{3}, BCl _{3}$ एवं $BBr _{3}$ को लुईस अम्ल की भाँति व्यवहार करने की प्रवृत्ति का घटता हुआ क्रम है
एल्यूमीनियम के विद्युत अपघटनी परिशोधन के लिए, तीन संगलित पतोर्ं में होती हैं
निचली परत |
मध्य परत |
ऊपरी परत |
एल्यूमीनियम क्लोराइड ठोस अवस्था तथा बेंजीन जैसे अधु्रवीय विलायकों के विलयन में द्विलक $A{l_2}C{l_6}$ के रूप में रहता है जब इसे जल में घोला जाता है तो यह देता है
तीन मोल (moles) $B _2 H _6$ की मेथेनाल के साथ सम्पूर्ण अभिक्रिया होती है। बने हुये वोरान अन्तर्विप्ट उत्पाद के मोलों की संख्या है