द्रव्यमान $4 amu$ का एक अल्फा-कण (alfa particle) एवं एक एकावेशित (singly charged) सल्फर आयन (द्रव्यमान $32 amu$ ) आरम्भ में विरामावस्था में हैं। ये दो कणों विभव (potential) $V$ से त्वरित होकर एक ऐसे एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र से गुजरते है जिसकी दिशा कणों के वेग के लंबवत है। इस क्षेत्र में ये अल्फा-कण व सल्फर आयन क्रमशः $r_\alpha$ एवं $r_5$ की त्रिज्याओं वाली वृत्ताकार कक्षाओं में घूमते हैं। अनुपात $\left(r_5 / r_\alpha\right)$ का मान. . . . होगा।
$2$
$4$
$7$
$8$
एक अचर चुम्बकीय क्षेत्र के प्रभाव में एक आवेशित कण त्रिज्या $R$ के वत्त में स्थिर चाल $v$ से चल रहा है इस चलन का समय अन्तराल
एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र $\vec B,$ में गतिमान इलेक्ट्रॉन के कक्षा की त्रिज्या निम्न में से किसके अनुक्रमानुपाती है
एक प्रोटॉन, एक इलैक्ट्रॉन और एक हीलियम नाभिक, की ऊर्जाएँ बराबर हैं। वे एक समतल में उसके लम्बवत्
चुम्बकीय क्षेत्र के कारण वृत्ताकार कक्षा में गतिशील है। यदि $r _{ p }, r _{ e }$ और $r _{ He }$ प्रोटॉन, इलैक्ट्रॉन तथा हीलियम नाभिक के वृत्ताकार पथ की त्रिज्याएँ है, तो।
$10^{8}$ कूलाम/किग्रा विशिष्ट आवेश वाला एक आवेशित कण $3 \times 10^{5}$ मी/सेकंड के वेग से $0.3\; T$ वाले चुम्बकीय क्षेत्र में क्षेत्र से $30^{\circ}$ का कौन बनाते हुए प्रवेश करता है तो वक्रता त्रिज्या होगी
$ - 16 \times {10^{ - 18}}$ कूलॉम का एक आवेशित कण $x$-अक्ष के अनुदिश $0.75\,A$ वेग से ऐसे क्षेत्र में प्रवेश करता है जहाँ चुम्बकीय क्षेत्र $B,\,y$ दिशा के अनुदिश तथा विद्युत क्षेत्र जिसका परिमाण ${10^4}\,V/m$ ऋणात्मक $z$-अक्ष के अनुदिश है। यदि आवेशित कण $x$-अक्ष की दिशा में ही गति करता रहता है, तो ‘$B$’ का परिमाण होगा