पुष्पासन पर स्थिति के अनुसार लगे पुष्पी भागों का वर्णन करो।
असीमाक्ष/असीमाक्षी पुष्पक्रम में पुष्पों का खिलना होता है
मुण्डक $(Capitulum)$ का रूपांतरण होता है
पुष्पक्रम की परिभाषा करो। पुष्पी पादपों में विभिन्न प्रकार वेफ पुष्पक्रमों वेफ आधर का वर्णन करो।
निम्नलिखित में अंतर लिखो।
असीमाक्षी तथा ससीमाक्षी पुष्पक्रम
पुष्पों के समूह को धारण किए हुए प्ररोह के शाखा तन्त्र को कहते हैं