दुर्बल अम्ल व प्रबल क्षार की उदासीनीकरण ऊष्मा, प्रबल अम्ल व प्रबल क्षार की उदासीनीकरण ऊष्मा से कम होती है क्योंकि
दुर्बल अम्ल के पूर्ण वियोजन में ऊर्जा खर्च करनी पड़ती है
दुर्बल अम्ल व प्रबल क्षार के लवण स्थाई नहीं हैं
दुर्बल अम्ल का अपूर्ण वियोजन होता है
दुर्बल अम्ल का अपूर्ण उदासीनीकरण होता है
वह यौगिक जिसके जलीय विलयन का $pH$ मान सर्वाधिक होगा
$HF , HCOOH$ तथा $HCN$ का $298\, K$ पर आयनन स्थिरांक क्रमश: $6.8 \times 10^{-4}, 1.8 \times 10^{-4}$ तथा $4.8 \times 10^{-9}$ है। इनके संगत संयुग्मी क्षारकों के आयनन स्थिरांक ज्ञात कीजिए।
$0.1\, M$ विलयन में एक दुर्बल अम्ल $ 0.1\%$ आयनित होता है इसका $ pH$ है
किस ऑक्सीक्लोराइड का $pH$ अधिकतम है
यदि अम्ल $HA$ का वियोजन स्थिरांक $1 \times {10^{ - 5}},$ है, तो $ 0.1$ मोलर अम्ल के विलयन की $pH$ लगभग होगी