दुर्बल अम्ल व प्रबल क्षार की उदासीनीकरण ऊष्मा, प्रबल अम्ल व प्रबल क्षार की उदासीनीकरण ऊष्मा से कम होती है क्योंकि
दुर्बल अम्ल के पूर्ण वियोजन में ऊर्जा खर्च करनी पड़ती है
दुर्बल अम्ल व प्रबल क्षार के लवण स्थाई नहीं हैं
दुर्बल अम्ल का अपूर्ण वियोजन होता है
दुर्बल अम्ल का अपूर्ण उदासीनीकरण होता है
$0.006\,M$ बेन्जोइक अम्ल के विलयन की हाइड्रोजन आयन सान्द्रता होगी $({K_a} = 6 \times {10^{ - 5}})$
$0.10\, M$ अमोनिया विलयन की $pH$ की गणना कीजिए। इस विलयन के $50\, mL$ को $0.10\, M$ के $HCl$ के $25.0 \,mL$ से अभिक्रिया करवाने पर $pH$ की गणना कीजिए। अमोनिया का वियोजन स्थिरांक $K_{ b }=1.77 \times$ $10^{-5}$ है।
$0.1 \,M$ एसीटिक अम्ल विलयन का $pH$ $= 3$ है । अम्ल का वियोजन स्थिरांक होगा
यदि अम्ल $HA$ का वियोजन स्थिरांक $1 \times {10^{ - 5}},$ है, तो $ 0.1$ मोलर अम्ल के विलयन की $pH$ लगभग होगी
एक अम्ल इसके $0.2\,\, M$ विलयन में $60\%$ तक आयनित होता है, तो इसका हाइड्रोजन आयन सान्द्रण .......$M$ है