यदि${a_r}$ तथा ${a_t}$त्रिज्यीय तथा स्पर्शरेखीय त्वरण है, तब कण एक समान वृत्तीय गति करेगा यदि
${a_r} = 0$ तथा ${a_t} = 0$
${a_r} = 0$ किंतु ${a_t} \ne 0$
${a_r} \ne 0$ किंतु ${a_t} = 0$
${a_r} \ne 0$ तथा ${a_t} \ne 0$
एक कण किसी दी गई त्रिज्या $R$ के वृत्तीय पथ पर नियत कोणीय वेग से गति करता है तथा इस पर अभिकेन्द्रीय बल $F$ क्रियाशील रहता है। यदि कोणीय वेग वही रहे किन्तु त्रिज्या आधी कर दें, तो नया बल होगा
कोई वायुयान $900\, km h ^{-1}$ की एकसमान चाल से उड़ रहा है और $1.00\, km$ त्रिज्या का कोई क्षैतिज लूप बनाता है । इसके अभिकेंद्र त्वरण की गुरुत्वीय त्वरण के साथ तुलना कीजिए |
नीचे दर्शाये चित्र में $M$ द्रव्यमान की एक वस्तु $R$ त्रिज्या के वृत्तीय पथ पर एकसमान चाल से गति कर रही है। ${P_1}$ से ${P_2}$ तक जाने में त्वरण में परिवर्तन होगा
एकसमान वृत्तीय गति में, वेग सदिश तथा त्वरण सदिश होते हैं