यदि अम्ल $HA$ का वियोजन स्थिरांक $1 \times {10^{ - 5}},$ है, तो $ 0.1$ मोलर अम्ल के विलयन की $pH$ लगभग होगी
$3$
$5$
$1$
$6$
$pH 3$ पर दुर्बल अम्ल $( AB )$ के लवण की विलेयता $Y \times 10^{-3} mol L ^{-1}$ है। $Y$ का मान ............. है।
(दिया गया है $AB$ के विलेयता गुणनफल का मान $\left(K_{s p}\right)=2 \times 10^{-10}$ और $HB$ के आयनन स्थिरांक का मान $\left.\left(K_a\right)=1 \times 10^{-8}\right)$
निम्नलिखित अभिक्रियाओं $(a)$,$(b)$ और $(c)$ के लिए आयनन स्थिरांक क्रमशः $K _{ a _1}, K _{ a _2}$ एवं $K _{ a _3}$ हैं:-
$(a)$ $H _2 C _2 O _4 \rightleftharpoons H ^{+}+ HC _2 O _4^{-}$
$(b)$ $HC _2 O _4^{-} \rightleftharpoons H ^{+}+ HC _2 O _4^{2-}$
$(c)$ $H _2 C _2 O _4 \rightleftharpoons 2 H ^{+}+ C _2 O _4^{2-}$
$K _{ a _1}, K _{ a _2}$ एवं $K _{ a _3}$ में सम्बन्ध है :-
$O . O 1\, M$ कार्बनिक अम्ल $(HA)$ के विलयन की $pH , 4.15$ है। इसके ऋर्णायन की सांद्रता, अम्ल का आयनन स्थिरांक तथा $pK _{ a }$ मान परिकलित कीजिए।
$0.1 \,M$ का एक दुर्बल मोनोप्रोटिक अम्ल विलयन में $1\%$ आयनित होता है । विलयन की $pH $ क्या होगी
$0.01\,M$ $HCN$ तथा $0.02\,M$ $NaCN$ का एक विलयन है जिसमें $[{H^ + }]$ का सान्द्रण होगा$\left( {HCN} \right.$ के लिये ${K_a}$ $ = 6.2 \times {10^{ - 10}})$