एक दुर्बल अम्ल $HA,$ के लिए ओस्टवॉल्ड तनुता नियम को व्यक्त करने वाला समीकरण है
${K_a} = \frac{{\alpha c}}{{1 - {\alpha ^2}}}$
${K_a} = \frac{{{\alpha ^2}c}}{{1 - \alpha }}$
$\alpha = \frac{{{K_a}c}}{{1 - c}}$
${K_a} = \frac{{{\alpha ^2}c}}{{1 - {\alpha ^2}}}$
सबसे अधिक ${H^ + }$ आयन निम्न में से किस विलयन में मिलेंगे
यह मानते हुए कि हाइड्रोलेसिस का क्रमांक (डिग्री) न्यून है, सोडियम ऐसीटेट के $0.1\; M$ विलयन $\left( K _{ a }=1.0 \times 10^{-5}\right)$ का $pH$ होगा।
$2\%$ आयनित दुर्बल अम्ल के $ 0.1$ जलीय विलयन में $[{H^ + }]$ की सान्द्रता और $[O{H^ - }]$ आयनों की सान्द्रताएँ हैं [जल का आयनिक गुणनफल $ = 1 \times {10^{ - 14}}]$
जलोय विलयन में कार्बोनिक अम्ल के आयनन स्थिरांक निम्नलिखित हैं
$K_{1}=4.2 \times 10^{-7}$ तथा $K_{2}=4.8 \times 10^{-11}$
संतृप्त $0.034\, M$ कार्बोनिक अम्ल विलयन के लिए दिए गये निम्न कथनों में कौन सत्य है ?
$0.1\,M$ एकल क्षारीय अम्ल का $pH\, 4.50$ है। साम्यावस्था पर $H ^{+}$, $A ^{-}$ तथा $HA$ की सांद्रता की गणना कीजिए। साथ ही एकल क्षारीय अम्ल के $K _{ a }$ तथा $pK _{ a }$ के मान की भी गणना कीजिए।