यदि एक परमाणु की द्रव्यमान संख्या $A = 40$ एवं इसके इलेक्ट्रॉन वितरण $1{s^2},\;2{s^2},\;2{p^6},\;3{s^2},\;3{p^6}$, है। इसके नाभिक में उपस्थित न्यूट्रॉनों एवं प्रोटॉनों की संख्या है
$22, 18$
$18, 22$
$20, 20$
$18, 18$
दो न्यूक्लियॉन एक दूसरे से $1 \times {10^{ - 15}}$$m$ दूर है। यदि दोनों न्यूट्रॉन हों तो उनके मध्य बल ${F_1},$ यदि दोनों प्रोटॉन हों तो बल ${F_2}$ तथा यदि इनमें से एक प्रोटॉन तथा अन्य न्यूट्रॉन हो तो बल ${F_3}$ हो, तो इस स्थिति में
यूरेनियम नाभिक के घनत्व की कोटि है $({m_p} = 1.67 \times {10^{ - 27}}kg)$
निम्नलिखित नाभिकों के जोड़ों में से कौन-से जोड़े के नाभिक समन्यूट्रॉनिक हैं
नाभिकीय अभिक्रिया में संरक्षित रहता है
द्रव्यमान संख्या $A$ के एक नाभिक की त्रिज्या $R$ का अनुमान $R =\left(1.3 \times 10^{-15}\right)\, A ^{1 / 3} \,m$ सूत्र से लगाया जा सकता है। तब एक नाभिक के द्रव्यमान घनत्व की परिमाण कोटि (order of magnitude) होगी : (प्रोटान का द्रव्यमान $\cong$ न्यूट्रॉन का द्रव्यमान $\left.\simeq 1.67 \times 10^{-27} \,kg \right)$