सूची-$I$ में $X$ विघटन के वेग व्यंजकों को सूची-$II$ में दिये गये तत्समान प्रोफाईल से मिलायें। $X _{ s }$ और $k$ उचित मात्रक के साथ नियतांक है।
$I$ $\rightarrow P ;$ II $\rightarrow Q ; III \rightarrow S ; IV \rightarrow T$
$I$ $\rightarrow R; II \rightarrow S; III \rightarrow S; IV \rightarrow T$
$I$ $\rightarrow P; II \rightarrow Q; III \rightarrow Q ; IV \rightarrow R$
$I$ $\rightarrow R ; II \rightarrow S ; III \rightarrow Q ; IV \rightarrow R$
अभिक्रिया $2A + B \to {A_2}B$ में अभिकारक $A $ के समाप्त होने की दर
अभिक्रिया ${H_2}(g) + B{r_2}(g) \to 2HBr(g)$ के लिये प्रायोगिक आँकडे़ दर्शाते हैं कि अभिक्रिया दर $ = K[{H_2}]{[B{r_2}]^{1/2}}$ है अभिक्रिया की आण्विकता तथा कोटि क्रमश: है
अभिक्रिया ${H_2} + {I_2} \to 2HI$ के लिये दर स्थिरांक $ 49$ है तब अभिक्रिया $2HI \to {H_2} + {I_2}$ के लिये दर स्थिरांक है
डाईएजोनियम लवण निम्न प्रकार से विघटित होता है
${C_6}{H_5}N_2^ + C{l^ - } \to {C_6}{H_5}Cl + {N_2}$
${0\,^o}C$ ताप पर लवण की प्रारम्भिक सान्द्रता को दुगना कर देने पर ${N_2}$ का निष्कासन दुगना हो जाता है। अत: यह अभिक्रिया है
अभिक्रिया $2NO(g) + C{l_2}(g)$ $\rightleftharpoons$ $\,2NOCl(g)$ में जब $C{l_2}$ का सान्द्रण दुगना करते हैं तो अभिक्रिया वेग भी दुगना हो जाता है जब $NO$ का सान्द्रण दुगना करते हैं तो अभिक्रिया वेग चार गुना हो जाता है। अभिक्रिया की कोटि है