एक मृदु भारी धातु ${30\,^o}C$ पर पिघलती है और ताप सुग्राही थर्मामीटर बनाने में उपयोगी होती है, वह धातु है
गैलियम
सोडियम
पोटेशियम
सीजियम
एल्यूमीनियम के बर्तनों को धावन सोडा युक्त पदार्थों से नहीं धोना चाहिए, क्योंकि
क्या होता है, जब
(क) बोरेक्स को अधिक गरम किया जाता है।
(ख) बोरिक अम्ल को जल में मिलाया जाता है।
(ग) ऐलुमिनियम की तनु $NaOH$ से अभिक्रिया कराई जाती है।
( घ) $BF _{3}$ की क्रिया अमोनिया से की जाती है।
एल्यूमीनियम के विद्युत अपघटनी परिशोधन के लिए, तीन संगलित पतोर्ं में होती हैं
निचली परत |
मध्य परत |
ऊपरी परत |
विद्युत अपघटनी रिफाइनिंग द्वारा एल्यूमीनियम का शुद्धिकरण कहलाता है
एल्यूमीनियम क्लोराइड ठोस अवस्था तथा बेंजीन जैसे अधु्रवीय विलायकों के विलयन में द्विलक $A{l_2}C{l_6}$ के रूप में रहता है जब इसे जल में घोला जाता है तो यह देता है