एल्युमीनियम के बाक्साइट (bauxite) अयस्क से विधुत -रासायनिक निष्कर्षण में सम्मिलित है(हैं)
$(A)$ $Al _2 O _3$ की कोक $(C)$ से तापमान $>2500^{\circ} C$ पर अभिक्रिया।
$(B)$जलयोजित ऐलुमिना $\left( Al _2 O _3 .3 H _2 O \right)$ को अवक्षेपित करने के लिए ऐलुमिनेट विलयन को कार्बन डाईआक्साइड गैस प्रवाहित कर के उदासीन करना।
$(C)$ गरम जलीय $NaOH$ में $Al _2 O _3$ का विलायकन
$(D)$ $Na _3 AlF _6$ मिलाये हुए $Al _2 O _3$ के विधुत अपघटन से $Al$ और $CO _2$ का प्राप्त होना।
$A,B,C$
$B,C,D$
$A,B$
$A,C$
एल्यूमीनियम के विद्युत अपघटनी उत्पादन के लिए, कैथोड, $(i)$ और एनोड $(ii)$ बने होते हैं
ग्रुप$13$ के तत्व $E$ का बाह्य इलेक्ट्रॉनिक विन्यास $4 s ^{2}, 4 p ^{1}$ है। $p-$ ब्लाक के आवर्त पाँच के एक तत्व जो $E$ के सापेक्ष विकर्ण पर उपस्थित है, का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास है
कारण बताइए-
(क) सांद्र $HNO _{3}$ का परिवहन ऐलुमीनियम के पात्र द्वारा किया जा सकता है।
(ख) तनु $NaOH$ तथा ऐलुमीनियम के टुकड़ों के मिश्रण का प्रयोग अपवाहिका खोलने के लिए किया जाता है।
(ग) ग्रैफाइट शुष्क स्नेहक के रूप में प्रयुक्त होता है।
(घ) हीरा का प्रयोग अपघर्षक के रूप में होता है।
(ड.) वायुयान बनाने में ऐलुमीनियम मिश्रधातु का उपयोग होता है।
(च) जल को ऐलुमीनियम पात्र में पूरी रात नहीं रखना चाहिए।
(छ) संचरण केबल बनाने में ऐलुमीनियम तार का प्रयोग होता है।
बोरॉन $BF _{6}^{3-}$ आयन नहीं बना सकता है। इसकी व्याख्या कीजिए।
आवर्त सारणी के तृतीय समूह में उपस्थित तत्व ‘$R$’ के लिए सत्य है