tert-ब्यूटिल धनायन और $2-$ब्यूटीन क्रमशः में अतिसंयुग्मन स्थिरता जिन कारणों से होती है, वे हैं
$\sigma \rightarrow p$ (रिक्त) और $\sigma \rightarrow \pi^{\star}$ इलेक्ट्रॉन विस्थानीकरण
$\sigma \rightarrow \sigma^*$ और $\sigma \rightarrow \pi$ इलेक्ट्रॉन विस्थानीकरण
$\sigma \rightarrow p$ (पूरित) और $\sigma \rightarrow \pi$ इलेक्ट्रॉन विस्थानीकरण
$p$ (पूरित) $\rightarrow \sigma^*$ and $\sigma \rightarrow \pi^*$ इलेक्ट्रॉन विस्थानीकरण
किसी द्विपरमाणुक अणु में $2 \mathrm{~s}$ एवं $2 \mathrm{p}$ परमाणु कक्षकों से निर्मित प्रतिआबन्धन आण्विक कक्षकों की कुल संख्या है . . . . . . . .
निम्न में से वह अणु जो अपनी तलस्थ अवस्था में अनुचुम्बकीय है
'आबंध कोटि’ से आप क्या समझते हैं ? निम्नलिखित में आबंध-कोटि का परिकलन कीजिए
$N _{2}, O _{2}, $ $O _{2}^{+}$ तथा $O _{2}^{-}$
निम्न में से कौन सा अनुचुम्बकीय है
निम्न में से कौन अनुचुम्बकीय है, जिसमे बन्ध क्रम $1/2$ है