गन्ने की शक्कर का प्रतिलोमन निरुपित करते हैं
${C_{12}}{H_{22}}{O_{11}} + {H_2}O \to {C_6}{H_{12}}{O_6} + {C_6}{H_{12}}{O_6}$
यह अभिक्रिया है
द्वितीय कोटि
एक आण्विक
आभासी एक आण्विक
इनमें से कोई नहीं
अभिक्रिया $A \to B$ के लिये जब $A$ के सान्द्रण को दो गुना करते हैं तो अभिक्रिया का वेग चार गुना हो जाता है। अभिक्रिया के लिये दर व्यंजक $r = K{(A)^n}$ है। यहाँ $n$ का मान है
यदि अभिक्रिया वेग, दर स्थिरांक के समान हो तो अभिक्रिया की कोटि होगी
समान ताप पर तीन चरणों में होने वाली अभिक्रिया के लिए समग्र वेग नियतांक, $\mathrm{K}=\frac{\mathrm{K}_1 \mathrm{~K}_2}{\mathrm{~K}_3}$ है। यदि $\mathrm{Ea}_1, \mathrm{Ea}_2$ और $\mathrm{Ea}_3$ क्रमशः $40,50$ और $60 \mathrm{~kJ} / \mathrm{mol}$ हो, तो समग्र $\mathrm{Ea}$. . . . . . . $\mathrm{kJ} / \mathrm{mol}$ है।
अभिक्रिया $A + B$ $\rightleftharpoons$ $AB$ में जब $A$ का सान्द्रण दुगना करते हैं, तो अभिक्रिया वेग कितना हो जायेगा
अभिक्रिया के बलगतिकी अध्ययन के दौरान निम्नलिखित परिणाम प्राप्त हुए
$2A+B$ $\to$ उत्पाद
प्रयोग |
$[A]$ ($mol\, L^{-1})$ |
$[B]$ ($mol\, L^{-1})$ |
प्रतिक्रिया की प्रांरभिक दर ($mol\, L^{-1}\,min^{-1})$ |
$I$ | $0.10$ | $0.20$ | $6.93 \times {10^{ - 3}}$ |
$II$ | $0.10$ | $0.25$ | $6.93 \times {10^{ - 3}}$ |
$III$ | $0.20$ | $0.30$ | $1.386 \times {10^{ - 2}}$ |
वह समय-जब $A$ की सांद्रता आधी होती है, वह है-(मिनिट में)