$A$ एवं $B$ के बीच अभिक्रिया की दर $100 $ गुना बढ़ जाती है जब $A$ का सान्द्रण $10$  गुना बढ़ा देते हैं तो $A$ के सापेक्ष अभिक्रिया की कोटि है

  • A

    $10$

  • B

    $1$

  • C

    $4$

  • D

    $2$

Similar Questions

किसी अभिक्रियक के लिए एक अभिक्रिया द्वितीय कोटि की है। अभिक्रिया का वेग  कैसे प्रभावित होगा; यदि अभिक्रियक की सांद्रता-

$(i)$ दुगुनी कर दी जाए $(ii)$ आधी कर दी जाए

अभिक्रिया की दर के विरुद्ध निर्देशित असत्य कोटि है $A + B\xrightarrow{K}C$

दर      कोटि

डाईएजोनियम लवण निम्न प्रकार से विघटित होता है

${C_6}{H_5}N_2^ + C{l^ - } \to {C_6}{H_5}Cl + {N_2}$

${0\,^o}C$ ताप पर लवण की प्रारम्भिक सान्द्रता को दुगना कर देने पर ${N_2}$ का निष्कासन दुगना हो जाता है। अत: यह अभिक्रिया है

अभिक्रिया $2NO(g) + C{l_2}(g)$ $\rightleftharpoons$ $\,2NOCl(g)$ में जब $C{l_2}$ का सान्द्रण दुगना करते हैं तो अभिक्रिया वेग भी दुगना हो जाता है जब  $NO$  का सान्द्रण दुगना करते हैं तो अभिक्रिया वेग चार गुना हो जाता है। अभिक्रिया की कोटि है

निम्नलिखित अभिक्रिया पर विचार करें

$2 H _2( g )+2 NO ( g ) \rightarrow N _2( g )+2 H _2 O ( g )$

जो कि नीचे दी गयी क्रियाविधि (mechanism) का अनुसरण करती है

$2 NO ( g ) \underset{ k _{-1}}{\stackrel{ k _1}{\rightleftharpoons}} N _2 O _2( g )$

$N _2 O _2( g )+ H _2( g ) \stackrel{ k _2}{\rightleftharpoons} N _2 O ( g )+ H _2 O ( g )$

$N _2 O ( g )+ H _2( g ) \stackrel{ k _3}{\rightleftharpoons} N _2( g )+ H _2 O ( g )$

(तीव्र अभिक्रिया)

(तीव्र अभिक्रिया)

(तीव्र अभिक्रिया)

अभिक्रिया की कोटि. . . . . .है।

  • [IIT 2024]