डिप्टेरियन लार्वा के लार ग्रन्थि गुणसूत्र जीन मैपिंग में लाभदायक हैं, क्योंकि
ये युग्मित रहते हैं
ये आकार में बहुत लम्बे होते हैं
इनका अभिरंजन सरलता से होता है
इनमें एण्डोरीडुप्लीकेटिड गुणसूत्र पाये जाते हैं
उच्च श्रेणी के अवकलवित बहुकोशिकीय जंतुओं $(Differentiated \,multicellular \,organisms)$ की कोशिकाओं के सभी प्रकारों में कुछ जीन पाये जाते हैं। इन जीनों को कहते हैं
गुणसूत्र मानचित्र के निर्माण में प्रमाण किसके लिये जाते हैं
$DNA$ का बहुगुणन कहलाता है
वह विधि जिसके द्वारा सूचनायें $DNA$ से $RNA$ तक पहुँचती है
सेन्टोमीयर क्रोमोसोम का एक भाग होता है जो कि निम्न में सहायक होता है