एक प्रत्यावर्ती धारा के स्रोत की वोल्टता समय के साथ निम्नलिखित समीकरण के अनुसार बदलती है  $V = 100\sin \;100\,\pi t\cos 100\,\pi t$, यहाँ $t $ सैकण्ड में और $V$ वोल्ट में है तब

  • A

    स्रोत की शिखर वोल्टता $100$ वोल्ट है

  • B

    स्रोत की शिखर वोल्टता $50$ वोल्ट है

  • C

    स्रोत की शिखर वोल्टता $100 $ /$\sqrt 2 $ वोल्ट है

  • D

    स्रोत की आवृत्ति $50$ हर्ट्ज है

Similar Questions

किसी परिपथ में धारा का मान समीकरण $i = 2\sqrt t $ द्वारा अभिव्यक्त होता है। $t = 2$ से $t = 4s$ के बीच धारा का वर्गमाध्य मूल मान क्या होगा

ओरख (चित्र ) में दिखाये गये विभवान्तर $V$ का वर्ग माध्य मूल (आर.एम.एस.) मान है:

  • [AIPMT 2011]

उस प्रत्यावर्ती धारा का $r.m.s.$ मान .........$amp$ होगा जिसके एक प्रतिरोध से प्रवाहित होने पर उत्पन्न ऊष्मा इसी प्रतिरोध से $2 A$ की दिष्ट धारा प्रवाहित करने पर उत्पन्न ऊष्मा से तीन गुनी है

यदि $i = {t^2}$ ;$0 < t < T$ तब धारा का $r.m.s$ मान है

एक प्रत्यावर्ती वोल्टेज $\mathrm{V}(\mathrm{t})=220 \sin 100 \pi \mathrm{t}$ वोल्ट को $50 \Omega$ के शुद्ध प्रतिरोधक लोड से जोड़ा गया है। धारा के अर्द्ध शिखर मान तक बढ़ने में लगा समय है :

  • [JEE MAIN 2024]