प्योरलाइन विधि के उपयोग से जो किस्में विकसित की जाती हैं, वे होती हैं
समयुग्मजी $(Homozygous)$ तथा असमान
समयुग्मजी तथा एकसमान
विषमयुग्मजी $(Heterozygous)$ तथा असमान
विषमयुग्मजी तथा एकसमान
निषेचित अण्डे से विकसित लार्वा को अन्य की अपेक्षाकृत अधिक भोजन दिया जाये तो वह किसमें विकसित होगा
हिन्नी एक संकर है नर
मुक्ता किसके चारों ओर स्रावित किया जाता है
निम्नलिखित में से कौनसी विधि पौधों के आनुवांशिक स्वभाव को बनाए रखती है