एक समान अनुप्रस्थ काट क्षेत्रफल $3 \times10 $${^{-6}}$ मी$^2$ वाले $4$ मीटर लम्बे तार पर जब बल लगाया जाता है, तो उसकी लम्बाई में $1$ मिमी की वृद्धि होती है। तार में संचित ऊर्जा होगी $[Y = 2 \times {10^{11}}$ न्यू/मी ${^2}]$

  • A

    $6250$ जूल

  • B

    $0.177$ जूल

  • C

    $0.075$ जूल

  • D

    $0.150$ जूल

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$1$ मिलीमीटर${^2}$ अनुप्रस्थ काट वाले तार की लम्बाई में $1\%$ की वृद्धि करने के लिए इकाई आयतन पर किया गया कार्य होगा       $[Y = 9 \times {10^{11}}N/{m^2}]$

किसी ​स्प्रिंग का बल नियतांक $K$ है। उसके प्रसार में ${l_1}$ से ${l_2}$ तक की वृद्धि करने में किया गया कार्य होगा

यदि किसी तार के पदार्थ का यंग मापांक $Y$ है, तथा प्रति एकांक आयतन में प्रत्यास्थता ऊर्जा $E $ है, तो विकृति का मान होगा

$1.0$ वर्ग सेमी$^2$ अनुप्रस्थ काट के क्षेत्रफल तथा $0.2$ मीटर लम्बी पीतल की छड़ को $5$ किग्रा भार के बल से लम्बाई की दिशा में दबाया जाता है। यदि पीतल का यंग प्रत्यास्थता मापांक $1 \times10{^{11}}$ न्यूटन/मी$^2$ तथा $g =$ $10$ मी/सैकण्ड${^2}$ हो, तो छड़ की ऊर्जा में वृद्धि होगी

एक $5$ मी लम्बे तार को छत से जोड़ दिया जाता है। इसके निचले सिरे पर $10$ किग्रा का वजन लटकाया जाता है जो जमीन से $1$ मी ऊपर रहता है। यदि तार की लम्बाई में बढ़ोत्तरी $1$ मिमी हो, तो खिंचने के कारण तार में संचित ऊर्जा  ........ $joule$ होगी