ऐलुमीनियम के उभयधर्मी व्यवहार दर्शाने वाली अभिक्रियाएं दीजिए।
A substance is called amphoteric if it displays characteristics of both acids and bases. Aluminium dissolves in both acids and bases, showing amphoteric behaviour.
$(i)\,\,2A{l_{(s)}} + 6HC{l_{(aq)}} \to 2A{l^{3 + }}_{(aq)} + 6C{l^ - }_{(aq)} + 3{H_{2(g)}}$
$(ii)\,\,2A{l_{(s)}} + 2NaO{H_{(aq)}} + 6{H_2}{O_{(aq)}} \to 2N{a^ + }{[Al{(OH)_4}]^ - }_{(aq)} + 3{H_{2(g)}}$
कारण बताइए-
(क) सांद्र $HNO _{3}$ का परिवहन ऐलुमीनियम के पात्र द्वारा किया जा सकता है।
(ख) तनु $NaOH$ तथा ऐलुमीनियम के टुकड़ों के मिश्रण का प्रयोग अपवाहिका खोलने के लिए किया जाता है।
(ग) ग्रैफाइट शुष्क स्नेहक के रूप में प्रयुक्त होता है।
(घ) हीरा का प्रयोग अपघर्षक के रूप में होता है।
(ड.) वायुयान बनाने में ऐलुमीनियम मिश्रधातु का उपयोग होता है।
(च) जल को ऐलुमीनियम पात्र में पूरी रात नहीं रखना चाहिए।
(छ) संचरण केबल बनाने में ऐलुमीनियम तार का प्रयोग होता है।
आयनिक कार्बाइड है
हॉल-हेराल्ट प्रक्रम द्वारा एल्यूमीनियम प्राप्त करने के लिए एल्यूमिना का विद्युत-अपघटनी अपचयन किसकी उपस्थिति में कराया जाता
ग्रुप$13$ के तत्व $E$ का बाह्य इलेक्ट्रॉनिक विन्यास $4 s ^{2}, 4 p ^{1}$ है। $p-$ ब्लाक के आवर्त पाँच के एक तत्व जो $E$ के सापेक्ष विकर्ण पर उपस्थित है, का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास है
डाइबोरेन $\left( B _{2} H _{6}\right), O _{2}$ तथा $H _{2} O$ के साथ स्वतंत्र रूप से अभिक्रिया करके क्रमशः उत्पादित करती है