$HClO$ एक दुर्बल अम्ल है, $HClO$ के $0.1\,M$ विलयन में ${H^ + }$ आयनों का सान्द्रण होगा $({K_a} = 5 \times {10^{ - 8}})$
$7.07 \times {10^{ - 5}}\,m$
$5 \times 10^{-9}\,\,m$
$5 \times {10^{ - 7}}\,m$
$7 \times {10^{ - 4}}\,m$
दुर्बल अम्ल $HA$ का वियोजन स्थिरांक ${10^{ - 9}}$ है, तो इसके $0.1\, M $ विलयन की $\,\,pOH$ होगी
दुर्बल अम्ल के लिए असत्य कथन है
सबसे अधिक ${H^ + }$ आयन निम्न में से किस विलयन में मिलेंगे
यदि $0.1\,N$ एसीटिक अम्ल का विलयन $30\%$ विघटित होता है, तो उसका हाइड्रोजन आयन सान्द्रण होगा
$0.08\, M$ हाइपोक्लोरस अम्ल $(HOCl)$ के विलयन के $pH$ की गणना कीजिए। अम्ल का आयनन स्थिरांक $2.5 \times 10^{-5}$ है। $HOCl$ की वियोजन-प्रतिशतता ज्ञात कीजिए।