किसी दुर्बल वैद्युत अपघट्य $\left(\mathrm{K}_{\mathrm{eq}}=\right.$ साम्यावस्था स्थिरांक) $\mathrm{A}_2 \mathrm{~B}_3$ जिसकी सान्द्रता ' $\mathrm{c}$ ' है, के सान्द्र विलयन के लिये आयनन की मात्रा " $\alpha$ ' है।
$\left(\frac{ K _{ eq }}{108 c ^4}\right)^{\frac{1}{5}}$
$\left(\frac{ K _{ eq }}{6 c ^5}\right)^{\frac{1}{5}}$
$\left(\frac{K_{e q}}{5 c^4}\right)^{\frac{1}{5}}$
$\left(\frac{ K _{ eq }}{25 c ^2}\right)^{\frac{1}{5}}$
एक दुर्बल अम्ल का $p{K_a}$ किस तरह परिभाषित होगा
वियोजन स्थिरांक ${K_a}$ एवं सान्द्रण $c$ के दुर्बल अम्ल में $ [H+] $ बराबर होता है
दुर्बल अम्ल $HA \left( K _{ a }=2.0 \times 10^{-6}\right)$ के $0.01$ मोल को $0.1 M HCl$ के $1.0 L$ में घोला गया है। $HA$ के वियोजन की मात्रा...................$\times 10^{-5}$ है
(निकटतम पूर्णांक में)
[ $HA$ को मिलाने पर आयतन में परिवर्तन को नगण्य मानिए तथा इसकी वियोजन मात्रा $<<1$ ]
यदि $0.05 \,M$ ऐसीटिक अम्ल के $pK _{ a }$ का मान $4.74$ है, तो आयनन की मात्रा ज्ञात कीजिए। यदि इसे (अ) $0.01\, M$ (ब) $0.1\, M\, HCl$ विलयन में डाला जाए, तो वियोजन की मात्रा किस प्रकार प्रभावित होती है ?
$0.2$ मोलर फॉर्मिक अम्ल विलयन $3.2\%$ आयनीकृत होता है, तो इसका आयनीकरण स्थिरांक होगा