$0.01\,M$ $HCN$ तथा $0.02\,M$ $NaCN$ का एक विलयन है जिसमें $[{H^ + }]$ का सान्द्रण होगा$\left( {HCN} \right.$ के लिये ${K_a}$ $ = 6.2 \times {10^{ - 10}})$
$3.1 \times {10^{10}}$
$6.2 \times {10^5}$
$6.2 \times {10^{ - 10}}$
$3.1 \times {10^{ - 10}}$
एक दुर्बल अम्ल का $p{K_a}$ किस तरह परिभाषित होगा
$O . O 1\, M$ कार्बनिक अम्ल $(HA)$ के विलयन की $pH , 4.15$ है। इसके ऋर्णायन की सांद्रता, अम्ल का आयनन स्थिरांक तथा $pK _{ a }$ मान परिकलित कीजिए।
$310 \,K$ पर जल का आयनिक गुणनफल $2.7 \times 10^{-14}$ है। इसी तापक्रम पर उदासीन जल की $pH$ ज्ञात कीजिए।
$pH 3$ पर दुर्बल अम्ल $( AB )$ के लवण की विलेयता $Y \times 10^{-3} mol L ^{-1}$ है। $Y$ का मान ............. है।
(दिया गया है $AB$ के विलेयता गुणनफल का मान $\left(K_{s p}\right)=2 \times 10^{-10}$ और $HB$ के आयनन स्थिरांक का मान $\left.\left(K_a\right)=1 \times 10^{-8}\right)$
यदि एक दुर्बल अम्ल $HA$ का विलयन जिसमें एक अम्ल के $0.01$ मोल प्रतिलीटर में उपस्थित हैं तथा उसका $pH = 4$ है, तो अम्ल के आयनन की प्रतिशत कोटि तथा आयनन स्थिरांक क्रमश: होंगे