$ 31.4\,\,N{\rm{ - }}m $ का एक नियत बल आघूर्ण एक कीलकित पहिए पर आरोपित किया जाता है। यदि पहिए का कोणीय त्वरण $ 4\,\pi \,\,rad/se{c^2} $ हो, तो पहिए का जड़त्व आघूर्ण ....... $kg-m^2$ है
$2.5$
$3.5$
$4.5$
$5.5$
ठोस गेंद नतसमतल पर बिना फिसले लुढ़क रही है। इसकी घूर्णी ऊर्जा तथा कुल ऊर्जा का अनुपात होगा
$ m $ द्रव्यमान का एक कण $ PC $ रेखा के अनुदिश (चित्रानुसार) $ v $ वेग से गति करता है। बिन्दु $ O $ के परित: कण का कोणीय संवेग है
एक ठोस गोला, खोखला गोला तथा वलय, घर्षण विहीन नत समतल के उच्च बिन्दु से छोड़ दिए जाते है, जिससे वे तल पर नीचे की ओर फिसलते है। तल के अनुदिश नीचे की ओर त्वरण का मान किसके लिए अधिकतम है
एक लम्बी एवं क्षैतिज छड़ पर एक मोती रखा है जो इसकी लम्बाई के अनुदिश फिसल सकता है, प्रारम्भ में यह मोती छड़ के एक सिरे $A$ से $L$ दूरी पर स्थित है। छड़ को एक समान कोणीय त्वरण $a$ से सिरे $A$ के परित: कोणीय गति प्रदान की जाती है। यदि छड़ एवं मोती के बीच घर्षण गुणांक $m$ है एवं गुरुत्व नगण्य है, तब कितने समय पश्चात् मोती फिसलने लगेगा
प्रारम्भ में विराम स्थिति से दो कण $A$ व $B$ एक दूसरे की तरफ, परस्पर आकर्षण बल के कारण गति करते हैं। जब $A$ की चाल $v$ तथा $B$ की चाल $2v$ है, उस क्षण निकाय के द्रव्यमान केन्द्र की चाल है