कमरे के ताप पर एक $ 0.1\,N $ अम्लीय विलयन के आयनन की कोटि $0.1 $ है तो $O{H^ - }$ आयनों की सांद्रता होगी
${10^{ - 12}}\,M$
${10^{ - 11}}\,M$
${10^{ - 9}}\,M$
${10^{ - 2}}\,M$
जलोय विलयन में कार्बोनिक अम्ल के आयनन स्थिरांक निम्नलिखित हैं
$K_{1}=4.2 \times 10^{-7}$ तथा $K_{2}=4.8 \times 10^{-11}$
संतृप्त $0.034\, M$ कार्बोनिक अम्ल विलयन के लिए दिए गये निम्न कथनों में कौन सत्य है ?
दुर्बल अम्ल $HA$ का वियोजन स्थिरांक ${10^{ - 9}}$ है, तो इसके $0.1\, M $ विलयन की $\,\,pOH$ होगी
$0.2$ मोलर फॉर्मिक अम्ल विलयन $3.2\%$ आयनीकृत होता है, तो इसका आयनीकरण स्थिरांक होगा
एक दुर्वल अम्ल $HX (0.01 M )$ के विलयन की मोलर चालकता (molar conductivity) एक दूसरे दुर्वल अम्ल $HY$ $(0.10 M )$ के विलयन की मोलर चालकता से $10$ गुना कम है। यदि $\lambda_{ X ^{-}}^0 \approx \lambda_{ Y ^{-}}^0$, तब इनके $pK _{ a }$ का अन्तर, $pK _{ a }( HX )- pK _{ a }( HY )$, है (दोनों अम्लों के आयनीकरण की मात्रा (degree of ionization) << $1$)
दुर्बल अम्ल $HA \left( K _{ a }=2.0 \times 10^{-6}\right)$ के $0.01$ मोल को $0.1 M HCl$ के $1.0 L$ में घोला गया है। $HA$ के वियोजन की मात्रा...................$\times 10^{-5}$ है
(निकटतम पूर्णांक में)
[ $HA$ को मिलाने पर आयतन में परिवर्तन को नगण्य मानिए तथा इसकी वियोजन मात्रा $<<1$ ]