एक प्रोटॉन पूँज एकसमान विघुत क्षेत्र में, क्षेत्र से $60^{\circ}$ के कोण पर चाल $4 \times 10^{5}\, ms$ से प्रवेश करता है। परिणामी हेलिकल पथ के पीच का सन्निकट मान है (प्रोटॉन का द्रव्यमान $=1.67 \times 10^{-27}\, kg$, प्रोटॉन का आवेश $\left.=1.69 \times 10^{-19} \,C \right)$

  • [JEE MAIN 2020]
  • A

    $12$

  • B

    $4$

  • C

    $5$

  • D

    $2$

Similar Questions

एक प्रोटॉन, एक ड्यूट्रॉन एवं एक $\alpha  - $ कण एकसमान गतिज ऊर्जा से एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र में वृत्तीय पथों पर गति कर रहे हैं। यदि ${r_p},\,{r_d}$ तथा ${r_\alpha }$ इनके पथों की त्रिज्यायें हैं तो

  • [IIT 1997]

इलेक्ट्रॉन $6 \times {10^7}$ मीटर/सैकण्ड चाल से चुम्बकीय क्षेत्र $1.5 \times {10^{ - 2}}\,T$ के लम्बवत् गति करते हैं। यदि इलेक्ट्रॉन का विशिष्ट आवेश $1.7 \times {10^{11}}$ कूलॉम/किलोग्राम हो तो वृत्तीय पथ की त्रिज्या .........$cm$ होगी

  • [AIIMS 2010]

एक इलेक्ट्रॉन (द्रव्यमान $ = 9.0 \times {10^{ - 31}}$ किग्रा तथा आवेश $ = 1.6 \times {10^{ - 19}}$ कूलॉम) एक $1.0 \times {10^{ - 4}}$ वेबर/मी$^2$ के चुम्बकीय क्षेत्र में वृत्तीय कक्षा में घूम रहा है। इलेक्ट्रॉन का परिक्रमण-काल है

चुम्बकीय क्षेत्र की फ्लक्स घनत्व $1.5\,weber/{m^2}$ है, इसमें एक प्रोटॉन $2 \times {10^7}\,m/\sec $ के वेग से, क्षेत्र के साथ $30^\circ $ का कोण बनाता हुआ प्रवेश करता है, तो प्रोटॉन पर लगा हुआ बल होगा

यदि एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र की लम्बवत् दिशा में $v$ वेग से एक प्रोटॉन प्रक्षेपित किया जाता है तथा एक इलेक्ट्रॉन बल रेखाओं की दिशा में प्रक्षेपित किया जाता है तो