एक गोलक को डोरी से क्षैतिज तल में इस प्रकार घुमाया जाता है कि इसकी प्रारम्भिक चाल $\omega \mathrm{rpm}$ है। डोरी में तनाव $T$ है। यदि त्रिज्या को समान रखकर चाल $2 \omega$ हो जाती हो तो डोरी में तनाव होगा:
$4 T$
$\frac{T}{4}$
$\sqrt{2} T$
$T$
एक $L$ लम्बाई की नलिका में $M$ द्रव्यमान का असम्पीड्य द्रव भरा है तथा नली दोनों सिरों पर बन्द है। अब नली को इसके एक सिरे के सापेक्ष क्षैतिज तल में एकसमान कोणीय वेग $\omega $ से घुमाया जाता र्है, तो द्रव द्वारा दूसरे सिरे पर आरोपित बल होगा
यदि किसी विरामघड़ी की सैकण्ड वाली सुई की लम्बाई $3 \,cm$ है, तब सुई के सिरे का कोणीय वेग तथा रेखीय वेग होगा
वृत्तीय पथ पर गतिशील वस्तु की बिना फिसले गति करने की आवश्यक शर्त क्या है, (यदि घर्षण गुणांक $\mu $ है)
$180 \mathrm{~cm}$ लम्बी डोरी के सिरे से बंधा पत्थर क्षैतिज तल में प्रति मिनट $28$ चक्कर लगा रहा है। पत्थर के त्वरण का परिमाण $\frac{1936}{\mathrm{x}} \mathrm{ms}^{-2}$ है तो $\mathrm{x}$ का मान है। $\left(\pi=\frac{22}{7}\right)$