समान ऊँचाई से एक गोली क्षैतिज दिशा में दागी जाती है तथा दूसरी गोली ठीक नीचे की ओर छोड़ दी जाती है। ये जमीन से टकरायेंगी
एक के बाद एक
एक साथ
यह प्रेक्षक पर निर्भर करता है
उपरोक्त में से कोई नही
दो पिण्ड एकसमान वेग से क्रमश: $30^o$ एवं $60^o$ के कोण पर प्रक्षेपित किये जाते हैं, तब
किसी बिन्दु से एक गेंद प्रक्षेपण कोण $\theta $ तथा चाल ${v_o}$ से फेंकी जाती है। उसी बिन्दु से तथा ठीक उसी क्षण एक व्यक्ति गेंद को पकड़ने के लिये ${v_o}/2$ के नियत वेग से दौड़ना शुरु करता है। क्या व्यक्ति गेंद को पकड़ सकेगा ? यदि हाँ, तो प्रक्षेपण कोण का मान क्या होगा
गैलीलियो ने अपनी पुस्तक "टू न्यू. साइंसेज़" में कहा है कि "उन उन्नयनों के लिए जिनके मान $45^{\circ}$ से बराबर मात्रा द्वारा अधिक या कम हैं, क्षेतिज परास बराबर होते हैं" । इस कथन को सिद्ध कीजिए ।
जब किसी वस्तु को क्षैतिज तल से कोण $\theta$ पर $u$ वेग से प्रक्षेपित किया जाता है, तो उसके द्वारा क्षैतिज दिशा में तय की गयी अधिकतम दूरी होगी
एक गोली बन्दूक से $500 $ मी/सैकण्ड के वेग से $15^°$ प्रक्षेपण कोण पर छोड़ी जाती है। यदि $g = 10$ मी/सैकण्ड$^2$ हो तो क्षैतिज परास है