एक समान्तर प्लेट संधारित्र की धारिता $C$ है। यदि इसे $K_1$ व $K_2$ परावैद्युत स्थिरांक वाले दो पदार्थों की समान्तर परतों से बराबर-बराबर भरने पर इसकी धारिता $C_1$ हो तेा $C_1$ व $C$ का अनुपात है

  • A

    ${K_1} + {K_2}$

  • B

    $\frac{{{K_1}{K_2}}}{{{K_1} - {K_2}}}$

  • C

    $\frac{{{K_1} + {K_2}}}{{{K_1}{K_2}}}$

  • D

    $\frac{{2{K_1}{K_2}}}{{{K_1} + {K_2}}}$

Similar Questions

एक $V$ विभवान्तर का विद्युत स्रोत, दो एकसमान संधारित्रों के संयोजन के साथ दर्शाये चित्रानुसार जोड़ा जाता है। जब कुंजी ' $K$ ' बंद होती है, तो संयोजन द्वारा कुल संचित ऊर्जा $E _1$ है। अब कुंजी ' $K$ ' खोल दी गई है, एवं संधारित्रों की पट्टियों के बीच, 5 परावैद्युतांक वाला परावैद्युत पदार्थ भरा गया है। अब संयोजन द्वारा कुल संचित ऊर्जा $E _2$ है। अनुपात $E _1 / E _2$ होगा :

  • [JEE MAIN 2022]

किसी वायु संधारित्र की धारिता $15\,\mu F$ है तथा समान्तर पट्टिकाओं के बीच की दूरी $6\,mm$ है। $3\,mm$ मोटाई की एक ताँबे की पट्टिका, सममितत: पट्टिकाओं के बीच डाली जाती है। धारिता अब ......$\mu F$ हो जाती है

एक गोलीय संधारित्र के भीतरी गोले की त्रिज्या $12 \,cm$ तथा बाहरी गोले की त्रिज्या $13\, cm$ है। बाहरी गोला भू-संपर्कित है तथा भीतरी गोले पर $2.5\, \mu C$ का आवेश दिया गया है। संकेंद्री गोलों के बीच के स्थान में $32$ परावैध्यूतांक का द्रव भरा है।

$(a)$ संधारित्र की धारिता ज्ञात कीजिए।

$(b)$ भीतरी गोले का विभव क्या है?

$(c)$ इस संधारित्र की धारिता की तुलना एक $12 \,cm$ त्रिज्या वाले किसी वियुक्त गोले की धारिता से कीजिए। व्याख्या कीजिए कि गोले की धारिता इतनी कम क्यों है।

एक संधारित्र, जिसकी प्लेटों के मध्य वायु है, को इस प्रकार आवेशित किया जाता है कि उसकी प्लेटों के बीच विभवान्तर $100$ वोल्ट हो जाये। अब यदि प्लेटों के बीच का स्थान परावैद्युतांक $10$ वाले परावैद्युत माध्यम से भर दिया जाये, तो प्लेटों के बीच विभवातंर .......वोल्ट होगा

एक गोलीय संधारित्र के गोलाकारों की त्रिज्याएँ क्रमश: $12\;cm$  एवं $9\;cm$ हैं उनके बीच के माध्यम का परावैद्युतांक $6$ है, तो संधारित्र की धारिता होगी