एक समान्तर पट्ट संधारित्र का क्षेत्रफल $40 \mathrm{~cm}^2$ एवं प्लेटों के बीच की दूरी $2 \mathrm{~mm}$ है प्लेटों के बीच का स्थान परावैद्युत स्थिरांक $5$ तथा $1 \mathrm{~mm}$ मोटाई वाले एक परावैद्युत माध्यम से भर दिया जाता है। निकाय की धारिता है :

  • [JEE MAIN 2023]
  • A

    $24 \varepsilon_0\; F$

  • B

    $\frac{3}{10} \varepsilon_0\; F$

  • C

    $\frac{10}{3} \varepsilon_0\; F$

  • D

    $10 \varepsilon_0\; F$

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ताप के बढ़ने पर परावैद्युतांक स्थिरांक $K$ का मान

एक गोलीय संधारित्र के गोलाकारों की त्रिज्याएँ क्रमश: $12\;cm$  एवं $9\;cm$ हैं उनके बीच के माध्यम का परावैद्युतांक $6$ है, तो संधारित्र की धारिता होगी

एक समांतर पट्टिका संधारित्र, जिसकी पट्टिकाओं के बीच वायु है, की धारिता $8 pF$ $\left(1 pF =10^{-12} F \right)$ है। यदि पट्टिकाओं के बीच की दूरी को आधा कर दिया जाए और इनके बीच के स्थान में $6$ परावैध्यूतांक का एक पदार्थ भर दिया जाए तो इसकी धारिता क्या होगी?

पट्टिकाओं के बीच वायु वाले एक समांतर पट्टिका संधारित्र की प्रत्येक पट्टिका का क्षेत्रफल $6 \times 10^{-3} \,m ^{2}$ तथा उनके बीच की दूरी $3 \,mm$ है। संधारित्र की धारिता को परिकलित कीजिए। संधारित्र की पट्टिकाओं के बीच यदि $3\, mm$ मोटी अभ्रक की एक शीट ( पत्तर) (परावैध्यूतांक $= 6)$ रख दी जाती है तो स्पष्ट कीजिए कि क्या होगा जब

$(a)$ विभव ( वोल्टेज) संभरण जुड़ा ही रहेगा।

$(b)$ संभरण को हटा लिया जाएगा?

एक $C$ धारिता वाले समान्तर प्लेट संधारित्र के प्लेटों के बीच की दूरी $d$ है और प्रत्येक प्लेट का क्षेत्रफल $A$ है। प्लेटों के बीच, पूरे स्थान को प्लेटों के समान्तर, $\delta=\frac{ d }{ N }$ मोटाई वाली $N$ पराविधुत  परतों से भर देते है। $m ^{\text {h }}$ परत का पराविधुतांक $K _{ m }= K \left(1+\frac{ m }{ N }\right)$ है। बहुत अधिक $N \left(>10^3\right)$ के लिए धारिता $C =\alpha\left(\frac{ K \varepsilon_0 A }{ d \;ln 2}\right)$ है। $\alpha$ का मान. . . . .होगा। [मुक्त आकाश (free space) की विधुतशीलता $\epsilon_0$ है]

  • [IIT 2019]