एक घर्षणहीन परावैद्युत पट्टी $S$ एक घर्षणरहित टेबिल $T$ पर एक आवेशित समान्तर-पट्ट संधारित्र $C$ (जिसकी प्लेटें घर्षणरहित हैं) के समीप रखी हैं। पट्टी $S$ दोनों प्लेटों के बीच है। जब पट्टी छोड़ दी जाती है, तो

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  • A

    यह मेज पर ही स्थिर रहेगी

  • B

    यह संधारित्र द्वारा खींच ली जावेगी तथा दूसरे सिरे से निकल जावेगी

  • C

    यह भीतर खिंच जावेगी तथा प्लेटों के बीच रूक जावेगी

  • D

    उपरोक्त सभी कथन असत्य हैं

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नमक (सोडियम क्लोराइड) को वायु में रखने पर $1$ सेमी दूर सोडियम तथा क्लोरीन आयनों के बीच बल $F$ कार्य करता है। वायु की विद्युतशीलता तथा पानी का परावैद्युतांक क्रमश: ${\varepsilon _0}$ तथा $K$ हैं। जब नमक का टुकड़ा पानी में रखा जाता है तो $1\,cm$ दूर सोडियम तथा क्लोरीन आयनों के बीच विद्युत बल कार्य करेगा

निम्न में से कौन-सा विकल्प सही है? एक समान्तर-पट्ट वायु संधारित्र एक बैटरी से जुड़ा है, इससे सम्बन्धित राशियाँ आवेश, विभव, वैद्युत क्षेत्र तथा ऊर्जा ${Q_o}$, ${V_o}$, ${E_o}$ तथा ${E_o}$ हैं, प्लेटों के बीच पूरे स्थान को भरने के लिये एक परावैद्युत पट्टी खिसकाई जाती है, जबकि बैटरी अब भी जुड़ी है। अब संगत राशियाँ $Q,\;V,\;E$ तथा $U$ पूर्व राशियों से सम्बन्धित होंगी

  • [IIT 1985]

एक गोलीय वायु संधारित्र का बाहरी गोला भू-संपर्कित है। उसकी विद्युत धारिता बढ़ाने के लिये

धारिता $12\, pF$ वाले एक समान्तर पट्ट संधारित्र को इसकी प्लेटों के मध्य $10\, V$ विभवान्तर उत्पन्न करने के लिए एक बैटरी द्वारा आवेशित किया जाता है। अब आवेशन बैटरी को हटा दिया जाता है तथा प्लेटों के मध्य $6.5$ परावैधुतांक वाली पोर्सिलेन पट्टिका लगाई जाती है तो पट्टिका पर संधारित्र द्वारा किया गया कार्य ......$pJ$ है।

  • [JEE MAIN 2019]

दो समान्तर धातु की प्लेटें एक दूसरे के सामने कुछ दूरी पर रखी हैं। इन प्लेटों पर $+Q$ और $-Q$ आवेश हैं। यदि प्लेटों को केरोसीन के टैंक में डूबा दिया जाय तो उनके बीच विधुत क्षेत्र 

  • [AIPMT 2010]