$10.0\,\mu C$ आवेश तथा $1\,\mu g$ द्रव्यमान का एक कण $0.1$ टेसला के चुम्बकीय क्षेत्र के प्रभाव में $10$ $cm$ त्रिज्या के वृत्त में गति करता है। जब कण बिन्दु $P$ पर है तब एकसमान विद्युत क्षेत्र आरोपित किया जाता है, जिससे कण स्पर्श रेखा के अनुदिश एक नियत चाल से गति करना प्रारम्भ करता है। विद्युत क्षेत्र का मान.......$V/m$ है

131-130

  • A

    $0.1$

  • B

    $1$

  • C

    $10$

  • D

    $100$

Similar Questions

एक आवेशित कण एक चुम्बकीय क्षेत्र $H$ में इस प्रकार प्रवेश करता है कि कण का प्रारम्भिक वेग और $H$ में $45^\circ $ का कोण है। कण का पथ होगा

  • [AIIMS 1999]

टेसला मात्रक है

  • [AIPMT 1997]

एक स्थान में एकसमान विधुत-क्षेत्र $\vec{E}=E_0 \hat{j}$ और एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र $\vec{B}=B_0 \hat{j}$ एक साथ स्थित है। इस स्थान में एक $\varepsilon$ नात्मक बिंदु आवेश की गति पर विचार करें। समय $t=0$ पर इस आवेश का वेग $x-y$ तल में $\vec{v}$ है, जो $X$-अक्ष से $\theta$ कोण बनाता है तब $t > 0$ के लिये कौनसा विकल्प सही है।/है ?

$(A)$ यदि $\theta=0^{\circ}$, तब आवेश $x-z$ तल में वत्तीय-पथ पर घूमता है।

$(B)$ यदि $\theta=0^{\circ}$, तब आवेश $y$-अक्ष की दिशा में कुंडलिनी-पथ पर चलता है व कुंडलिनी का पिच अपरिवर्तित रहता है।

$(C)$ यदि $\theta=10^{\circ}$, तब आवेश $y$-अक्ष की दिशा में कुंडलिनी-पथ पर चलता है व कुंडलिनी का पिच समय के साथ बढ़ता रहता है।

$(D)$ यदि $\theta=90^{\circ}$, तब आवेश $y$-अक्ष की दिशा में रेखीय परंतु त्वरण के साथ गति करता है।

  • [IIT 2012]

चुम्बकीय क्षेत्र की फ्लक्स घनत्व $1.5\,weber/{m^2}$ है, इसमें एक प्रोटॉन $2 \times {10^7}\,m/\sec $ के वेग से, क्षेत्र के साथ $30^\circ $ का कोण बनाता हुआ प्रवेश करता है, तो प्रोटॉन पर लगा हुआ बल होगा

एक इलेक्ट्रॉन (द्रव्यमान $ = 9.0 \times {10^{ - 31}}$ किग्रा तथा आवेश $ = 1.6 \times {10^{ - 19}}$ कूलॉम) एक $1.0 \times {10^{ - 4}}$ वेबर/मी$^2$ के चुम्बकीय क्षेत्र में वृत्तीय कक्षा में घूम रहा है। इलेक्ट्रॉन का परिक्रमण-काल है