Gujarati
4.Moving Charges and Magnetism
easy

एक आवेशित कण $v$ वेग से $B$ चुम्बकीय क्षेत्र में गतिमान है। कण पर लगने वाला बल अधिकतम होगा जब

A

$v$ तथा $B$ एक ही दिशा में हो

B

$v$ तथा $B$ एक-दूसरे के विपरीत दिशा में हो

C

$v$ तथा $B$ लम्बवत् हों

D

$v$ तथा $B$ $45^\circ $ के कोण पर हों

Solution

लॉरेन्ज बल $F = \left( {v \times B} \right)$ या $\left| F \right| = qvB\sin \theta $

जब $\theta  = {90^o}$ है तब बल अधिकतम होगा

Standard 12
Physics

Similar Questions

वर्णित हेल्महोल्टज कुंडलियों का उपयोग करके किसी लघुक्षेत्र में $0.75\, T$ का एकसमान चुंबकीय क्षेत्र स्थापित किया है। इसी क्षेत्र में कोई एकसमान स्थिरवैध्यूत क्षेत्र कुंडलियों के उभयनिष्ठ अक्ष के लंबवत लगाया जाता है। (एक ही प्रकार के ) आवेशित कणों का $15 \,kV$ विभवांतर पर त्वरित एक संकीर्ण किरण पुंज इस क्षेत्र में दोनों कुंडलियों के अक्ष तथा स्थिरवैध्यूत क्षेत्र की लंबवत दिशा के अनुदिश प्रवेश करता है। यदि यह किरण पुंज $9.0 \times 10^{-5}\, V m ^{-1}$, स्थिरवैध्यूत क्षेत्र में अविक्षपित रहता है तो यह अनुमान लगाइए कि किरण पुंज में कौन से कण हैं। यह स्पष्ट कीजिए कि यह उत्तर एकमात्र उत्तर क्यों नहीं है।

medium

Start a Free Trial Now

Confusing about what to choose? Our team will schedule a demo shortly.